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बिहार विधानसभा चुनाव अगले साल शुरू हो जायेगी लेकिन राजनितिक गलियारों में इसकी चर्चा अभी से शुरू हो गयी है। अलग अलग राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने काफी कुछ कह दिया है। फिर चाहे वो हिंदुस्तान आवाम मोर्चा पार्टी प्रमुख जीतन राम मांझी हो या फिर राजद नेता शिवानंद तिवारी।
आपको याद हो की कुछ दिन पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ये तक कह दिया की वो खुद को बिहार के मुख्यमंत्री का बेहतरीन उमीदवार मानते हैं वहीँ उन्होंने कहा की राजद नेता तेजस्वी यादव को फिलहाल इस पद का अनुभव नहीं है। उनके इस बयान पे राजद नेता शिवानंद तिवारी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था की महागठबंधन के तरफ से मुख्यमंत्री पद का उमीदवार महागठबंधन की पूरी पार्टी मिल कर तय करेगी। कांग्रेस पार्टी ने भी जीतन राम मांझी के बयान का बहिस्कार किया था।
इसी बिच देखा जाए तो जदयू ने विपक्षी सभी पार्टियों पे निशाना साधते हुए राजनितिक गलियारों में आज अपने स्लोगन को लांच कर दिया। आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए, इस बार जडयू ने अपने पार्टी का नारा रखा है, क्यूँ करे विचार, ठीके तो है नीतीश कुमार।
इस नारे को आप पटना जदयू कार्यालय के बहार लगे एक बड़े पोस्टर पे आसानी से देख पाएंगे। आपको याद हो की इस साल के लोकसभा चुनाव में भी जदयू ने एक स्लोगन पेश किया था, सच्चा है, अच्छा है, चलो, नीतीश के साथ चलें, संकल्प हमारा, एनडीए दुबारा। वहीँ 2015 के विधानसभा चुनाव में जदयू ने अपना स्लोगन पेश किया था बिहार में बहार हो, फिर से नीतीश कुमार हो।
बिहार विधानसभा चुनाव को मद्देनज़र रखते हुए आने वाले दिनों में हमें ऐसी कई स्लोगन और विभिन चीज़ें देकने को मिलेगी। ख़ैर हम आपको उन सभी चीज़ों से रूबरू कराने से पीछे नहीं हटेंगे। फिलहाल के लिए आप सभी से इज़ाज़त।