आज पटना के हज भवन में हुए एक मिलान समारोह में बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पूर्व मंत्री रमई राम को अपने पार्टी राजद में शामिल किया। आपको बता दें की इससे पहले रमई राम जेडयू के सदस्य दें मगर इस साल हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी के तरफ से टिकट न मिलने से नाराज थे। 90 के दशक में रमई राम राजद सुप्रीमो लालू यादव के काफी करीबी माने जाते थे।

रमई राम ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 1980 में जनता पार्टी की तरफ से बोचहाँ विधान सभा सीट के तरफ से चुनाव लड़ कर की थी जिसमे उन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी के रीघम राम को हराया था। इसके बाद साल 1985 में रमई राम ने लोकदल पार्टी ज्वाइन कर लिया और कांग्रेस के हरी लाल राम को हराया। फिर 1990 और 1995 में जनता दल की ओर से चुनाव लड़ कर कांग्रेस के राम प्रताप नीरज और समाजवादी पार्टी के मुसाफिर पासवान को भी हराया। फिर राजद से जुड़कर उन्होंने साल 2000 और 2005 में जेडयू के मुसाफिर पासवान और जेडयू के शिवनाथ चौधरी को हराया। साल 2010 में उन्होंने फिर से जेडयू ज्वाइन किया और राजद के मुसाफिर पासवान को हराया। अपने राजनीतिक करियर के सफर में रमई राम सिर्फ एक बार हारे हैं वो भी साल 2015 में बेबी कुमारी से जो की बोचहां सीट से इंडिपेंडेंट कैंडिडेट थी।

अब साल 2020 में होने वाले विधानसभा चुनाव को मद्देनज़र रखते हुए राजद ने एक बेहतर कदम उठाया है और रमई राम को अपने पार्टी में शामिल कर लिया है।

आपको बता दें की साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में जेडयू और राजद को एक करने में मंत्री रमई राम की अहम भूमिका मानी जाती है। अब देखने वाली बात ये होगी की मंत्री रमई राम के राजद में शामिल होने से कोई नयी खिचड़ी पकती है या नहीं।

सौरभ कुमार टोनी

अगर मगर और काश में हूँ मैं ख़ुद ही ख़ुद की तलाश में हूँ। भावनाओं को शब्दों में पिरोने...

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