बीते शनिवार को बिहार विधान परिषद की आश्वासन समिति की बैठक में राज्य के शिक्षा विभाग से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई वहीं कई महत्वपूर्ण फैसले भी लिए गए। इन्ही फैसलों में एक फैसला राज्य के स्कूलों के परिचालन के समय कोचिंग संस्थानों के परिचालन पर रोकने का लिया गया।
समिति का मानना है की राज्य में स्कूलों एवं कोचिंग संस्थानों का परिचालन सामान्य समय पर होने के कारण बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है। बच्चों की उपस्तिथि स्कूल क्लासेज में घटती जा रही है वहीं कोचिंग वाले बच्चों से मोटी रकम वसूल कर रहे हैं। वैसे हमारा मानना है की स्कूल की शिक्षा गुणवक्ता में कमी के कारण बच्चे ऐसा कर रहे हैं। क्यों की उन्हें अंततः परीक्षा परिणाम से मतलब होता है जो की स्कूली शिक्षा प्राप्त कर वे हांसिल नहीं कर सकते।
तो बिहार शिक्षा विभाग को स्कूलों में शिक्षा की गुणवक्ता बढ़ाने पर भी अपना केंद्र आकर्षित करना चाहिए। वैसे हमारा ये भी मानना है की शिक्षा विभाग द्वारा लिया गया ये कदम सराहनीये है।
बैठक के बाद बिहार शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव आर के महाजन ने राज्य के सभी जिला स्तरीय कार्यरत पदाधिकारियों को इस फैसले का अनुपालन करने का निर्देश दिया। वहीँ इस निर्देश का अनुपालन जिला स्तर पर ठीक से हो रहा है या नहीं इसे मॉनिटर करने की जिम्मेदारी राज्य के सभी आरडीडीई एवं डीईओ को सौंपी।
तो अब राज्य में स्कूली समय पर कोचिंग संस्थानों का परिचालन नहीं होगा।