बिहार ट्रक ओनर एसोसिएशन आज मध्य रात से यानि की 22 अक्टूबर से राज्य के सभी ट्रकों का परिचालन अनिश्चितकाल तक थप करने जा रहे हैं। प्रेस से वार्ता करते हुए बिहार ट्रक ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष भानु शेखर सिंह ने खुद ये जानकारी साझा किया।
चक्का जाम आंदोलन का मुख्य कारण सरकार का एसोसिएशन द्वारा पेश किये गए शर्तों को न मानना बताया जा रहा है। आपको बता दें की बिहार ट्रक ओनर एसोसिएशन ने राज्य सरकार से कुछ मांगे रखी थी। जिसमे सबसे प्रमुख मांग राज्य से नए ट्रैफिक नियम से जुड़े भारी जुर्माने का क़ानून को हटाना है।
इसके अलावा एसोसिएशन की और भी मांगे हैं जो की इस प्रकार है।
१. आरा से छपरा की तरफ जाने वाले वीर कुंवर सिंह सेतु को वन वे किया जाए।
२. उत्तर बिहार से खली ट्रकों को जेपी व गाँधी सेतु के जरिये लौटने की व्यवस्था की जाए।
३. फिटनेस फेल होने पर रोजाना ५० रूपए के जुर्माने के प्रावधान को हटाया जाए।
४. २०० प्रतिशत रोड टैक्स को काम किया जाए।
५. माइनिंग चलन की समय सीमा समाप्त की जाए। इत्यादि।
इन सबके अलावा एसोसिएशन की सरकार से अन्य मांगे भी है। वहीँ एसोसिएशन का कहना है की सरकार ने उनके सभी मांगों को नहीं माना है जिस कारण से वे अनिश्चित कालीन हरताल पर जा रहे हैं जिससे राज्य के लगभग ५.५ लाख ट्रकों का परिचालन थप रहेगा।