हम सभी बिहार में बढ़ते प्रदुषण के स्तर से वाकिफ हैं खास कर वायु प्रदुषण के बढ़ते स्तर से। राज्य में इस बढ़ते प्रदुषण के स्तर को काबू में करने के लिए आज नीतीश सरकार की कैबिनेट ने कई अहम फैसले लिए। इस कैबिनेट मीटिंग में कुल 12 अजेंडो पर मुहर लगाई गई जिसमे सबसे प्रमुख एजेंडा रहा साल 2021 से राज्य के कुछ हिस्सों में डीजल पे चलने वाली ऑटो पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाना। जैसे की साल 2021 के जनवरी महीने से पटना सिटी में वहीँ 31 मार्च 2021 से दानापुर, खगौल, फुलवारी, व नगर परिषद में डीजल पे चलने वाली ऑटो को पूर्णतः प्रतिबंधित कर दिया गया है।
स्वस्थ वातावरण बनाने के लिए सरकार ने सीएनजी व बिजली से चलने वाली वाहनों को काफी तवज्जो दिया है वहीं सरकार की ओर से मदद पहुँचाने का ऐलान भी किया है। जैसे की अगर कोई सात सीटों वाला तिपहिया वाहन खरीदेगा तो सरकार उसे 40 हज़ार रूपए की मदद मुहैया करवाएगी। वहीँ सरकार वाहन चालकों को सीएनजी किट लगवाने में भी मदद करेगी। इसके अलावा आज के कैबिनेट मीटिंग में सरकार ने ऐलान की जो लोग बैटरी से चलने वाली तिपहिया वाहन खरीदेंगे, सरकार उन्हें 25 हज़ार रूपए की मदद मुहैया करवाएगी।
इन सबके अलावा बिहार सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में कुछ अन्य मुद्दों पर भी मुहर लगाई जैसे की हर साल 6 अक्टूबर को विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष त्रिपुरारी प्रसाद सिंह कि जयंती को राजकीय समारोह के रूप में मनाया जाए।
इसके अलावा सरकार ने लघु जल संसाधन विभाग में संविदा पर दो सौ जूनियर डॉक्टरों की बहाली की घोषणा की। इसके अलावा सरकार ने बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी को वित्तीय हानि होने के कारण 860 करोड़ राशि देने की घोसना की।
तो जैसा की आप देख सकते हैं की बिहार सरकार की आज की कैबिनेट मीटिंग मुख्यतः राज्य में बढ़ते प्रदुषण को नियंत्रण में लाने पे केंद्रित था।