पूरा बिहार इस वक़्त ठण्ड की मार से झूझ रहा है। पूरा बिहार राज्य में अभी औसतन न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस पहुँच चूका। राज्य में कड़ाके की ठण्ड के वजह से ठण्ड सम्बंधित बीमारियां भी राज्य में दस्तक दे चुकी है। इसी सम्बन्ध में बीते गुरुवार को बिहार राज्य स्वास्थय विभाग ने एक एडवाइजरी जारी किया जिसमे उन्होंने राज्य के सभी जिलों के जिलाधिकारी, सिविल सर्जन, अस्पताल प्रभारी व स्कूलों के प्राचार्यों को ठण्ड से होने वाली बिमारियों से बचने का उपाय बतलाया। वहीँ कहा की इन उपायों को आम जनता तक पहुँचाया जाए।
एडवाइजरी में बतलाया गया की अत्यधिक ठण्ड पड़ने से अस्थमा, जोड़ों का दर्द, दिल का दौड़ा, सर्दी, जुकाम जैसी बीमारियों का खतरा बना रहता है। इसलिए अत्यधिक ठण्ड पड़ने पे घर से बहार सिर्फ तभी निकलें जब जरूरत हो, इसके अलावा पानी हमेशा पीते रहें क्यों की गर्मी से ज्यादा लोगों में डीहाइड्रेशन का शिकयत ठण्ड में आता है। चुकीं पानी ठंडी होती है इसलिए ठण्ड में लोग पानी का सेवन काम करते हैं। इसलिए ठण्ड में लोगों को नियमतः गर्म पानी का सेवन करना चाहिए।
कड़ाके की ठण्ड से बचने के लिए पौष्टिक आहार व गर्म सूप रामबाण है। इसके अलावा डॉक्टरों का कहना है की हमारे शरीर को सबसे ज्यादा गर्मी हमारा मस्तिष्क ही मुहैया करवाता है। इसलिए जितना हो सके सर को धक कर रक्खें। अलाव या रूम हीटर का सेवन करें लेकिन ध्यान रहे की आपको प्रॉपर ऑक्सीजन भी मिलती रहे।