अब तक बिहार सरकार राज्य के सरकारी स्कूलों के बच्चों को मिड दे मील योजना के तहत दोपहर में खाना मुहैया करवाती थी मगर जल्द ही सरकार अब बच्चों को दोपहर के साथ साथ सुबह नास्ता भी मुहैया करवाएगी।
सूत्रों की माने तो जल्द ही राज्य सरकार इस योजना को अगले बजट में शामिल कर सकती है। बच्चों को सुबह नास्ता मुहैया इसलिए करवाया जा रहा क्योंकी गाँव देहात के ज्यादातर बच्चे स्कूल सुबह बगैर नास्ता किये भूखे पेट ही चले आते हैं। मिड दे मील योजना ही इसलिए बनाई गयी थी ताकि गाँव देहात के बच्चों को सरकारी स्कूलों में अच्छी शिक्षा के साथ अच्छा भोजन भी मुफ्त में मिल सके।
वहीँ अब तक मिड दे मील के तहत खाना बनाने की जिमेदारी स्कूली शिक्षकों की होती थी जिसे सरकार जल्द ही स्वयंसेवी संस्थानों को सौंप सकती है।
अगर बिहार सरकार इस योजना को अपने आने वाले शिक्षा नीति की बजट में शामिल करती है तो हमारा प्रदेश ऐसा पहला राज्य बनेगा जो अपने सरकारी स्कूलों के बच्चों को दो पहर खाना मुहैया करवाएगा।