बीते शुक्रवार को मौसम विभाग ने मुजफ्फरपुर शहित राज्य के कुल 38 जिलों में ठण्ड को लेकर 28 व 29 दिसंबर को ऑरेंज व येलो अलर्ट जारी कर दिया है। आपको बता दें की मौसम विभाग ऑरेंज व येलो अलर्ट सिर्फ तभी जारी करते हैं जब मौसम बेहद ख़राब होने वाला हो और जिसका अंदेशा मौसम विभाग भी ठीक से नहीं लगा सकते। जैसे से अभी की स्थिति में अचानक से कोहरे का बढ़ जाना या बारिश या ओलावृति हो जाना इत्यादि।
बीते शुक्रवार को मुजफ्फरपुर के अधिकतम तापमान ने पिछले 35 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। मुजफ्फरपुर का अधिकतम तापमान महज 13.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज़ किया गया जो की सामान्य से 8.5 डिग्री सेल्सियस कम था। अधिकतम तापमान में इस कदर कमी आने के वजह से 27 दिसंबर को मुजफ्फरपुर बिहार का सबसे ठंडा जिला घोषित किया गया। हालांकि कल धूप निकलने की वजह से जिले के लोगों को थोड़ी रहत मिली वरना तापमान में और कमी दर्ज़ की जाती।
स्कूल और कॉलेज की बात करें तो कहीं न कहीं मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी अलोक रंजन घोष को मौसम की इस विकराल रूप का अंदेशा था जिस वजह से उन्होंने जिले के सभी शैक्षणिक संस्थानों को 29 दिसंबर तक बंद करने का आदेश दे दिया।
मुजफ्फरपुर के अलावा सूबे के 7 और जिलों के जिलाधिकारियों ने स्कूल्स व कॉलेजेस को 2 जनवरी तक बंद कर दिया है। ये सात जिले हैं दरभंगा, मोतिहारी, बेतिया, मधुबनी, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, व पटना।
कल बिहार स्वास्थ्य विभाग ने ठण्ड को देखते हुए एडवाइजरी भी जारी किया था जिसमे उन्होंने ठण्ड से बचने के उपाय के बारे में बतलाया था।
बिहार सरकार या जिला प्रशासन के आदेश समस्तीपुर जिले के शिवाजीनगर प्रखंड के करियन पंचायत के नीजी विद्यालय पर लागू नहीं होता है?
क्या आपने समस्तीपुर जिलाधिकारी को इस बारे में सुचना प्रदान किया है? क्योंकी जहाँ तक मेरा मानना है ऐसे विद्यालयों पर वे कठोर करवाई करेंगे।