यह बात है मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड मुख्यालय की जहाँ राशन न मिलने पर ग्रामीणों ने एक अनोखे आंदोलन की शुरुआत कर दी है। ग्रामीणों ने इस आंदोलन का नाम दिया है थालीपीट आंदोलन। ग्रामीणों का कहना है की जन वितरण प्रणाली के दुकानदार और मार्केटिंग अफसर के बीच मिलीभगत रहती है जिसकी वजह से हमें सरकार द्वारा मुहैया करवाई गयी उपयुक्त राशन नहीं मिल पाती अतः हम सरकार से अनुरोध करते हैं की वे औराई के मार्केटिंग अफसर की तबादला करें। इसके अलावा पोश मशीनों के जरिये निर्धारित समय पर राशन का वितरण किया जाए। ग्रामीणों ने सरकार से ये भी कहा की अगर उन्हें फरवरी महीने की राशन प्राप्त नहीं होगी और उनके मांगो को नहीं माना जाएगा तो वे प्रखंड मुख्यालय का काम काज ठप कर देंगे।
थालीपीट आंदोलन बेशक एक अनोखा आंदोलन है वहीँ अगर आपको याद हो तो इसी महीने कुछ हफ्ते पहले औराई प्रखंड के ही लोगों ने लोटा आंदोलन की शुरुआत की थी। शौचालय निर्माण की प्रोत्साहन राशि में 2000 रूपए कमीशन मांगने के खिलाफ ग्रामीणों ने लोटा आंदोलन की शुरुआत की थी। लोटा आंदोलन के दौरान ग्रामीणों ने प्रखंड मुख्यालय पहुंच कर कहा था की अगर उन्हें निर्धारित राशि प्राप्त नहीं होगी तो वे प्रखंड परिषर में ही शौच कर उसे गंदा कर देंगे। आंदोलन का नतीजा ये हुआ की ग्रामीणों को शौचालय निर्माण के लिए लंबित 12000 रूपए की राशि का तुरंत भुगतान किया गया।
लोटा आंदोलन और अब थालीपीट आंदोलन के जरिये औराई प्रखंड के ग्रामीणों से वहां के सरकारी अधिकारी भी अब घबराये हुए हैं।
सोर्स: न्यूज़ 18