जी हाँ यह बात बिहार के रोहतास जिले की है जहाँ जिला प्रशासन ने 31 मार्च तक कारोबारियों को मुर्गा, मीट, मछली बेचने पर पूर्णतः प्रतिबंधित कर दिया है। बिहार के रोहतास जिले के अंचलाधिकारी विकास कुमार ने मुर्गा, मीट, मछली व्यापारियों से बैठक कर उन्हें 15 दिनों तक प्रखंड में मुर्गा, मीट, मछली न बेचने का आदेश दिया है।
अंचलाधिकारी विकास कुमार ने बताया की प्रखंड में कोरोना वायरस पाँव न पसारे इस बाबत एहतियात के तौर पे ये कदम उठाई जा रही है। अंचलाधिकारी ने ये भी कहा की आदेश का पालन न करने वाले व्यापारियों पर कानूनी करवाई की जायेगी।
अब बात ये हो रही है की बिहार में जहाँ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक तरफ जिला प्रशासन को आदेश दे रहे की जिलों से धारा 144 हटाई जाए क्यों की लोगों के बीच भय का माहौल उत्पन्न हो रहा है। वहीँ दूसरी ओर रोहतास जिले में इस तरह की पाबंदी लगाना कहाँ तक उचित है।
वैसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने खुद 31 मार्च तक राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज, चिड़ियाघर, पार्क, म्युज़ियम इत्यादि को बंद करने का आदेश दिया है।
अभी हाल ही में हमने देखा की कैसे एक अरवल के मुर्गा कारोबारी ने ग्रामीणों के बीच मुफ्त में मुर्गा बाँट दिया। कोरोना वायरस के भय ने मुर्गा, मीट एवं मछली कारोबार को भी प्रभावित कर दिया है वहीँ इनके दामों में भी काफी गिरावट आई है।
अब देखना ये होगा की क्या बिहार के अन्य जिलों में भी इस तरह की पाबंदी लगाई जाती है या नहीं।
सोर्स: डेली बिहार