बिहार में दिन प्रतिदिन कोरोना वायरस से ग्रषित संदिग्ध मरीजों की सूचि बढ़ती ही जा रही रही है। वहीँ टाइम्स ऑफ़ इंडिया द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ की मौजूदा समय में कोरोना वायरस को टेस्ट करने के लिए बिहार के पास केवल 1500 किट ही मौजूद है। इन 1500 किट में से भी 1000 हज़ार किट पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पास है वहीँ 500 किट दरभंगा मेडिकल कॉलेज के पास। पर बिहार के बाकी जिलों का क्या?
टाइम्स ऑफ़ इंडिया द्वारा प्रकाशित उसी रिपोर्ट में ये भी खुलासा किया गया है की अब तक 520 संदिग्ध मरीज़ों में से सिर्फ 79 मरीज़ों के सैंपल को ही लेबोरेटरी में टेस्ट करने को दिया गया है। स्टेट नोडल अफसर डॉ रागिनी मिश्रा कहती हैं की हम इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च के गाइडलाइन्स को फॉलो कर रहे हैं। फिलहाल शुक्रवार तक सिर्फ उन्ही मरीज़ों को टेस्ट किया जाएगा जो किसी प्रभावित देश से राज्य में आये हों। इसके बाद उन मरीज़ों को टेस्ट किया जाएगा जिन्हे कोई गंभीर श्वसन सम्बंधित बीमारी हो।
बिहार मेडिकल कौंसिल के एक सदस्य से जब ये पूछा गया की क्या 1500 किट बिहार के लिए पर्याप्त हैं तो जवाब में उन्होंने कहा की बिहार केंद्र सरकार द्वारा बनाई गयी प्रोटोकॉल का अनुसरण कर रहा है और अभी के लिए इतना किट बिहार के लिए पर्याप्त है।
अब सोचने वाली बात है ये है की अगर बिहार के लिए फिलहाल इतना किट पर्याप्त है तो फिर 520 संदिग्ध मरीजों में से केवल 79 मरीज़ों के सैंपल को ही लेबोरेटरी में टेस्ट करने को क्यों भेजा गया है?
अब बात करते हैं सुरक्षात्मक गियर की जिसे आइसोलेशन वार्ड में काम कर रहे सभी डॉक्टर, नर्स और दूसरे स्टाफ के पास मौजूद होना चाहिए, क्योंकी अगर किसी को कोरोना से सबसे ज्यादा खतरा होता है तो वे यही लोग होते हैं। बहरहाल पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल जहाँ कोरोना को जांचने के लिए 1000 किट मौजूद है वहीँ दूसरी तरफ मेडिकल स्टाफ और डॉक्टर्स के पास कोरोना से बचने के लिए सुरक्षात्मक गियर ही मौजूद नहीं है। कोरोना से बचने के लिए सुरक्षात्मक गियर में आई शील्ड, शू कवर, गाउन, दस्ताने इत्यादि शामिल होते हैं।
डब्लूएचओ का कहना की ऐसे सभी चिकित्सा संस्थान जो कोरोना की जांच कर रहे हैं उनके पास उपर्युक्त सुरक्षात्मक गियर रहना अनिवार्य है लेकिन पीएमसीएच के डॉक्टरों एवं स्टाफ को ऐसी कोई भी सुविधा मुहैया नहीं करवाई गयी है। सुरक्षा के मद्देनज़र पीएमसीएच के स्वास्थ्य सेवा प्रदातों को केवल N95 मास्क उपलब्ध कराया गया है।
बिहार स्वास्थ्य विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी संजय कुमार से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा की हमारे पास 31000 सुरक्षात्मक गियर मौजूद है लेकिन N95 मास्क के बेसक कमी है।
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