कोरोना के चपेट में अब बिहार के बिजली विभाग के 20 हज़ार कर्मचारियों का पेंशन और वेतन भी।

पूरा विश्व कोरोना वायरस के चपेट में है। कोरोना वायरस ने पूरे समूचे विश्व को झकझोर कर रख दिया है। इसने लोगों की जिंदगियों को तो खतरे में डाला ही है साथ ही साथ इसका असर विश्व के उद्योग जगत पर भी पड़ रहा है।

बात करते हैं बिहार की, ये हम सभी जानते हैं की अभी संपूर्ण भारत में लॉकडाउन है। लॉकडाउन के कारण बहुत सी सेवाएं बंद हैं जिसके वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब लॉकडाउन के वजह से बिहार में लगभग 20 हज़ार बिजली कर्मचारियों के पेंशन एवं वेतन पर गंभीर संकट गहराने लगा है।

बिहार के बिजली विभाग की माने तो लॉकडाउन की वजह से पिछले कई दिनों से बिजली विभाग के कैश काउंटर बंद पड़े हैं। इस वजह से लोगों ने बिजली बिल भरना ही बंद कर दिया है। जिसके चलते कंपनी की आय काम पड़ गयी है। अब स्थिति ये है की कम आय के वजह से कंपनी में काम कर रहे एवं कंपनी से रिटायर्ड कर्मचारियों के वेतन एवं पेंशन पर खतरा मंडराने लगा है।

जानकारी के मुताबिक़ लॉकडाउन में बिहार में बिजली की खपत बढ़ गयी है। रोज़ाना बिहार में 4000 मेगावॉट से ज्यादा की बिजली की खपत हो रही है। अब बात यह भी आएगी की बिजली का बिल तो ऑनलाइन भी भर सकते हैं, जी बिलकुल भर सकते हैं ऑनलाइन मगर आज भी बिहार में बिजली बिल का 60 फीसदी से अधिक पैसा कैश काउंटर पर ही जमा होता है।

हिन्दुस्तान अखबार के मुताबिक़ कंपनी के अधिकारियों से बात करने पर पता चला की हर महीने कंपनी 700 से 800 करोड़ रुपए बिजली बिल का वसूल करती है और वित्तीय वर्ष के अंत यानी मार्च महीने में ये वसूली 1500 करोड़ रुपए तक हो जाता है मगर इस साल मार्च महीने में ही कोरोना वायरस के प्रकोप के वजह से पूरे भारत में लॉकडाउन हो चुका था जिसके वजह से वसूली केवल 700 करोड़ रुपए ही हो पायी। ऐसे में बिजली विभाग के कर्मचारियों के वेतन पर संकट गेहराना लाज़मी है। 

सौरभ कुमार टोनी

अगर मगर और काश में हूँ मैं ख़ुद ही ख़ुद की तलाश में हूँ। भावनाओं को शब्दों में पिरोने...

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