बड़े बुजुर्ग बतलाते हैं की एक ज़माना था जब सीतामढ़ी से हिमालय पर्वत सीधे दिखती थी लेकिन पर्यावरण में प्रदुषण की मात्रा बढ़ने के कारण बहुत सालों से ये दिखना बंद हो गयी थी। वहीँ लॉकडाउन के कारण अब जब वाहनों के परिचालन पर रोक लगी तो एक सुबह ऐसा भी आया जब लोग अपने घर से निकले तो उन्हें हिमालय की चोटी दिखनी शुरू हो गयी। सभी की आँखें फटी की फटी रह गयी। बड़े बुजुर्गों से जब पूछा गया तो उन्होंने बतलाया की बहुत पहले हिमालय की छोटी दिखाई देती थी।
बहरहाल कुछ लोगों का कहना है की ये हिमालय की चोटी नहीं अपितु नेपाल का कोई और पर्वत है। वहीँ कुछ लोग सीधे अपने छत पर से इस मनोरम दृश्य का लुत्फ़ उठाने में व्यस्त दिखें। वैसे आपको बता दें की सीतामढ़ी भारत नेपाल सिमा स्थित आखरी जिला है और यह बिलकुल मुमकिन है सीतामढ़ी से नेपाल के पर्वतों का दिखना। इस बारे में जब कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. प्रकाश चंद्र से पूछा गया तो उन्होंने भी बताया कि हिमालाय की चोटी पुपरी के बलहा से खुली आंखों से दिखाई दी है।