राज्य में कोरोना के बिगड़ते हालात पर काबू पाने के लिए बिहार सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। अब इसी बीच राज्य में सरकार ने एक नई पहल की शुरुआत की है जिसके तहत कोरोना पर विजय प्राप्त किये मरीज़ अब अगर अपने ब्लड प्लाज्मा को डोनेट करते हैं तो उन्हें सरकार सम्मानित करेगी। ब्लड प्लाज्मा डोनेट करने वाले कोरोना योद्धा को सरकार प्रशंसा पत्र और स्मृति चिन्ह के साथ साथ थैंक्यू कार्ड देगी। इसके अलावा इन योद्धाओं के परिवार को साल भर के अंदर कभी भी ब्लड की आवश्यकता होगी तो सरकार उन्हें फ्री में 1 यूनिट ब्लड मुहैया करवाएगी।
आपको बता दें की राज्य में पहला ब्लड प्लाजमा डोनेट करने वाले खाजपुरा, पटना के दीपक कुमार सहित 18 डोनर को पटना जिला प्रशासन द्वारा कोरोना योद्धा (Corona warrior) का सम्मान देगी। पटना के रहने वाले दीपक कुमार ने अब तक 2 बार ब्लड प्लाज्मा डोनेट किया है। इसके अलावा राज्य के 18 लोग अब तक ब्लड प्लाज्मा डोनेट कर चुके हैं जिससे 18 क्रिटिकल संक्रमित व्यक्तियों की जान बचाई जा चुकी है।
एम्स के चिकित्सकों का कहना है की वे सभी व्यक्ति जिन्होंने कोरोना पर विजय प्राप्त कर लिया है और ऐसा किया उन्हें 4 हफ्ते हो चुके हैं वे अपने ब्लड प्लासम को डोनेट कर सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें किसी भी प्रकार की कमजोरी व साइड इफ़ेक्ट नहीं आएगा।
राज्य में अधिक से अधिक लोग प्लाज्मा डोनेट कर सकें इस बाबत राज्य के विभिन्न जिलों में काउंसलिंग की व्यवस्था की जा रही है। वर्तमान में पटना एम्स में ही प्लाज्मा संग्रहण करने की व्यवस्था है वहीँ फिलहाल अधिकतम 4 लोगों के प्लाज्मा को संग्रहित किया जा सकता है। प्रमंडलीय आयुक्त ने बताया कि डोनर की संख्या बढ़ने पर प्लाज्मा कलेक्शन की सुविधा भी बढ़ाई जाएगी। राज्य के विभिन्न जिलों के कोरोना वारियर आसानी से प्लाज्मा डोनेट कर पाएं इस बाबत विभिन्न जिलों के जिला प्रशासन द्वारा विशेष वाहन की व्यवस्था की जा रही है। प्लाज्मा डोनर्स को उनके घर से लाने और वापस पहुँचाने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।