एक तरफ पूरे प्रदेश में जहाँ कोरोना ने सब का जीना दूसबार कर रखा है वहीँ दूसरी ओर अब बाढ़ ने भी हाहाकार मचाना शुरू कर दिया है। मुजफ्फरपुर के मीनापुर प्रखंड के 20 पंचायत के 80 गाँव में बुढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण पानी घुस गया है। इन सभी 80 गाँव को देखें तो तकरीबन डेढ़ लाख से अधिक आबादी प्रभावित हो चुकी है। कई गाँव तो ऐसे हैं जिनका मुख्य सड़क से संपर्क भी टूट चूका है। ना ही गाँव वालों पे किसी का ध्यान आकर्षित हो रहा है और ना ही इन्हे कोई भी सरकारी मदद मिल रही है।
मीनापुर के नज़दीक मुजफ्फरपुर शिवहर स्टेट हाईवे के समीप डेढ़ फ़ीट पानी चढ़ गया है जिस कारण से शिवहर को मुजफ्फरपुर से जोड़ने वाली सड़क पर अब खतरा मंडराने लगा है। कुछ ऐसा ही हाल मीनापुर से तुर्की जाने वाली बेलसंड सड़क का भी है।
मीनापुर से टेंगराहां, बनघारा से टेंगरारी और खेमाइपट्टी से सहजपुर जाने वाली सड़क पर दो से तीन फीट पानी चढ़ जाने से दर्जनों गांव का प्रखंड मुख्यालस से सड़क संपर्क टूट चुका है।
मीनापुर के गैस एजेंसी में भी तीन फ़ीट से अधिक बाढ़ का पानी जमा हो चूका है और सरकारी नाव का कहीं अता पता नहीं है लेकिन शुक्र है की शिवहर के सड़क किनारे खुले में ही लोगों के बीच गैस का वितरण किया जा रहा है।
इधर बनघारा पावर सब स्टेशन में करीब चार फीट पानी भर जाने से 600 ट्रांसफार्मर के ब्लैकआउट होने का खतरा मंडराने लगा है। बिजली विभाग के एसडीओ प्रभात कुमार ने भी बताया कि पावर सब स्टेशन में बाढ़ का पानी भरने लगा है। हालांकि, 24 घंटे बाद रविवार दोपहर को पावर सब स्टेशन को चालू कर दिया गया है।