पूर्व महापौर वर्षा सिंह के पति व साहू रोड निवासी वार्ड 22 के पार्षद संजीव चौहान की बीते शुक्रवार को मृत्यु हो गयी। संजीव जी के निधन के बाद साहू रोड के पूरे इलाके को कन्टेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया। दरअसल उनके मरणोपरांत उनकी कोरोना जाँच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि पार्षद के स्वजनों व उनके साथ संपर्क में आये सभी लोगों की सैंपल कोरोना जांच के लिए भेजा जाएगा। इसके साथ ही डीएम ने कहा की पूरे साहू रोड इलाके को अब कन्टेनमेंट जोन बना दिया गया है।
डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा की पूर्व में ही महामारी एक्ट के तहत ये कहा जा चूका है किसी की मृत्यु हो जाने पर दाह संस्कार में बीस से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकते। लेकिन अभी हाल में जिले में दो लोगों की कोरोना से मृत्यु हुई है और देखा गया की इस नियम का उलंघन करते हुए दाह संस्कार में काफी भीड़ जुट गयी थी। दाह संस्कार में शामिल हुए लोगों को पता था की उक्त व्यक्ति का सैंपल जाँच के लिए गया हुआ है बावजूद लोग अपनी सुरक्षा के प्रति संवेदनशील नहीं थी। इन सभी चीज़ों को देखते हुए अब ऐसा प्रतीत होता है की बिना करवाई किये स्थिति में सुधार नहीं आएगी। इसलिए अब अगर किसी की मृत्यु हो जाने पर 20 से अधिक लोग दाह संस्कार में शामिल होंगे तो ऐसे लोगों पर महामारी एक्ट के तहत कारवाई की जायेगी।
वार्ड 4 के पार्षद की भी रिपोर्ट आई है पॉजिटिव।
वार्ड चार के पार्षद हरिओम कुमार की भी सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव है। शनिवार को इसकी पुष्टि एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ. सुनील शाही ने की है। दोनों पार्षदों के सैंपल एसकेएमसीएच में लिए गए थे। हरिओम कुमार भी बीते सप्ताह से बीमार चल रहे हैं। उनका आवास भी शहर के चर्चित मेडिकल स्ट्रीट जूरन छपरा के पास है। उनका सैंपल 15 जुलाई को लिया गया था। कई पार्षदों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी मुजफ्फरपुर में कोरोना से गंभीर होते हालत को लेकर पत्र लिखा है। पत्र में सैंपल कलेक्शन में परेशानी, इलाज का संकट और बचाव के उपाय नहीं किए जाने की शिकायत की गई है। प्रशासनिक अधिकारियों के कागजी कार्रवाई को लेकर भी आक्रोश जताया गया है। डिप्टी मेयर मानमर्दन शुक्ला व पार्षद अजय ओझा आदि ने भी पत्र लिखा है।