मुजफ्फरपुर में आधा दर्जन से अधिक चिकित्सक हुए कोरोना के शिकार।

एक तरफ जहाँ जिले में तेजी से कोरोना का ग्रोथ रेट बढ़ रहा है वहीँ प्रतिदिन जिले में 400 से 500 संभावित कोरोना सैंपल्स की टेस्टिंग हो रही है। अभी कथित तौर पर एसकेएमसीएच में 1400 से ज्यादा नमूने जांच के लिए पेंडिंग है। एसकेएमसीएच के प्राचार्य डॉ विकास कुमार ने कहा की समीक्षा के बाद 1000 सैंपल्स को डीएमसीएच भेजा गया है वहीँ 500 सैंपल्स को आरएमआरआइ भेजा जाएगा। संभवतः इस हफ्ते एसकेएमसीएच में कोरोना सैंपल्स के जाँच के लिए तीन और मशीनें लगेंगी जिसके बाद प्रतिदिन 1000 नमूनों का जाँच होने लगेगा।

सरकार एसकेएमसीएच में भी कोरोना संक्रमित मरीज़ों का इलाज़ करने की अनुमति दे।

आपमें से बहुतों को मालूम ही होगा की फिलहाल मुजफ्फरपुर में कोरोना सैंपल्स की जाँच एसकेएमसीएच में हो रही है बहरहाल अब भी सरकार द्वारा एसकेएमसीएच में कोरोना संक्रमित मरीज़ों का इलाज़ करने की अनुमति नहीं दी गयी है। आइएमए अध्यक्ष संजय कुमार कहते हैं की सरकार जल्द ही एसकेएमसीएच अस्पताल में भी कोरोना संक्रमित मरीज़ों के इलाज़ करने की अनुमति दे। अभी कल ही एक सरैयागंज के एक व्यवसायी की मौत हो गयी। बताया गया की लॉकडाउन के वक़्त व्यवसायी फुटपाथ पर अपनी दुकान चलाता था। अचानक तबियत बिगड़ी तो पड़ोसियों के दबाव में जांच करवाया और संक्रमित पाए जाने पर शहर स्थित कोविद केयर सेंटर में भर्ती किया गया। यहाँ तबियत और बिगड़ने पर पटना के आरएमआरआइ रेफेर कर दिया गया जहाँ उसकी मृत्यु हो गयी। बताया गया की वह अन्य बीमारियों से भी पीड़ित था।

मुजफ्फरपुर में तेज़ी से बढ़ रहा है कोरोना का ग्राफ?

बीते हफ्ते हमने देखा ही की कैसे जिले में कोरोना ने 500 के आंकड़े को छू लिया। इसके अलावा कल शहर स्थित जूरन छपरा रोड नंबर 4 में 5 परिवारों के दर्जन भर लोग संक्रमित मिलने के बाद इस रोड को पूरी तरह से सील कर कन्टेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया। मेडिकल टीम अब इस रोड के सभी घरों में स्क्रीनिंग करेगी और प्रत्येक घर से एक सैंपल इकठ्ठा कर उसका जाँच करेगी।

इससे पहले मुजफ्फरपुर में अहियापुर के रसूलपुर सालेम को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया था। इसके बाद नियमित रूप से वहां जाँच किया जाता रहा फिर 14 दिनों तक जाँच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर प्रतिबंध को समाप्त कर दिया गया था। संभवतः जूरन छपरा में भी उसी प्रारूप का अनुगमन किया जाएगा।

जूरन छपरा है रेड अलर्ट मोड पे?

बीते हफ्ते एक के बाद एक जूरन छपरा में जो कोरोना का विस्फोट हुआ उसके बाद एक तरफ जहाँ इस स्थान के निवासी भयभीत हैं वहीँ दूसरी और प्रशासन इस इलाके को लेकर अलर्ट मोड पे है। यही कारण है की रोड नंबर 4 में 5 परिवारों के लोगों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद इस रोड को कन्टेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। बहरहाल अभी ये पूरा इलाका रेड अलर्ट मोड पे है क्योंकि अभी और सैंपल्स की टेस्टिंग होनी बाकी है और जैसा की हमने आपको ऊपर बतलाया है की अभी प्रतिदिन एसकेएमसीएच में फिलहाल 400 से 500 सैंपल्स की ही ही हो रही है तो पूरा रिपोर्ट आने में हो सकता है कुछ वक़्त लगे। बहरहाल जिला प्रशासन ने इस इलाके के सभी लोगों को बहार आने जाने से प्रतिबंधित कर दिया है।

via: दैनिक जागरण

संजय कुमार मोनू

संजय को मुजफ्फरपुर और बिहार के बारे में लिखना पसंद है। इसके अलावा अपने खाली समय...

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