बुढ़ी गंडक नदी साल 2017 का रिकॉर्ड तोड़ सकती है।
बुढ़ी गंडक नदी साल 2017 का रिकॉर्ड तोड़ सकती है।

बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह और वरीय पुलिस अधीक्षक जयंतकांत ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति का जायजा लिया। बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है तथा यह वर्ष 2017 के अपने उच्चतम स्तर से केवल 17 सेंटीमीटर ही नीचे है। इसके साथ ही जलस्तर में मंगलवार की दोपहर तक वृद्धि होने का अनुमान है। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने नदी के भीतर के गांव को विशेष रुप से अलर्ट करते हुए बूढ़ी गंडक नदी के तटबंध पर विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया है।

बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर शहर के सिकंदरपुर में खतरे के निशान 52.53 से एक मीटर से अधिक ऊपर है। बूढ़ी गंडक के जलस्तर में वृद्धि जारी है तथा यह 53.55 मीटर पर बह रही है। नदी में मंगलवार की सुबह तक वर्ष 2017 के उच्चतम स्तर 53.74 मीटर से ऊपर पहुंचने की संभावना है। इसके बाद जलस्तर में कमी आने का अनुमान है। हालांकि आपको बता दें की साल 2017 में नदी का जलस्तर 53.74 मीटर जाने पे राजवाड़ा में तटबंध टूट गया था। बूढ़ी गंडक नदी का सिकंदरपुर में अब तक का उच्चतम स्तर वर्ष 1987 में 54.29 मीटर है। इसको देखते हुए डीएम ने बूढ़ी गंडक नदी से जुड़े सभी अभियंताओं को हाई अलर्ट पर रहने तथा नाइट पेट्रोलिंग करते रहने का निदेश दिया गया है।

संजय कुमार मोनू

संजय को मुजफ्फरपुर और बिहार के बारे में लिखना पसंद है। इसके अलावा अपने खाली समय...

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