कोरोना के खतरे को देखते हुए मुजफ्फरपुर में धारा 144 लागू

स्मार्ट सिटी की कुछ परियोजनाओं को हरी झंडी मिलने के तुरंत बाद ही मुजफ्फरपुर नगर निगम ने हाल ही में की गयी एक बैठक में महत्वपूर्ण फैसला लिया है। फैसले के अंतर्गत अब मुजफ्फरपुर नगर निगम शहर के लोगों के घरों से कचड़ा इकठ्ठा करने के लिए पैसे लेगा। लोगों से यह पैसा प्रतिमाह लिया जाएगा।

पैसा कितना लिया जाएगा ये निर्भर करेगा की उपर्युक्त माकन आवासीय है यह फिर अपार्टमेंट या फिर कोई अन्य।

जैसे आवासीय माकन में रहने वाले प्रति परिवार से प्रति महीने 30 रूपए लेने का निश्चय किया गया है वहीँ अपार्टमेंट या फिर हाउसिंग सोसाइटी से 1500 रूपए लेने का आदेश जारी किया गया है। निचे हमने किस तरह के मकान से कितना चार्ज वसूला जाएगा इसकी एक सूचि बनाई है।

  • आवासीय माकन: 30 रूपए
  • अपार्टमेंट या फिर हाउसिंग सोसाइटी: 1500 रूपए
  • स्ट्रीट वेंडर: 50 रूपए
  • दूकान, स्वीट हाउस, ढाबा: 100 रूपए
  • रेस्तरां, गेस्ट हाउस, धर्मशाला, होटल: 500 रूपए
  • प्राइवेट एवं सरकारी पौधशाला: 500 रूपए
  • स्टार होटल व इसके जैसे होटल: 5000 रूपए
  • सरकारी कार्यालय: 500 रूपए
  • स्कूल व कोचिंग संसथान: 500 रूपए
  • क्लिनिक, डिस्पेंसरी, जाँच घर: 250 रूपए
  • अस्पताल (50 बेड तक का): 1500 रूपए
  • अस्पताल (50 बेड से अधिक): 3000 रूपए
  • धार्मिक स्थान: 100 रूपए
  • लघु एवं मध्य उधम जो प्रतिदिन अधिकतम 10 किलो कचरा उत्पादित करते हैं: 500 रूपए
  • गोदाम, कोल्ड स्टोरेज: 1000 रूपए
  • मैरेज हॉल, फेस्टिवल हॉल, प्रदर्शनी और व्यापार मेला: 2500 रूपए

लोगों से यह पैसे लेने के फिलहाल पक्ष में नहीं हैं मेयर और उप मेयर

एक तरफ निगम द्वारा लोगों से यह पैसे वसूलने की प्रक्रिया को अनुमोदन दिया जा चूका है वहीँ दूसरे तरफ शहर के मेयर, उपमेयर व कई वार्ड के पार्षदों का कहना है की जब तक निगम शहर की ठीक से सफाई नहीं कर लेता तब तक लोगों से पैसा लेना उचित नहीं है। इस बारे में नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय का कहना है की सरकार द्वारा लोगों से यह पैसे लेने का आदेश जारी किया जा चूका है और आने वाले कुछ महीनों में ही हम इसे सख्ती से लागू करेंगे।

संजय कुमार मोनू

संजय को मुजफ्फरपुर और बिहार के बारे में लिखना पसंद है। इसके अलावा अपने खाली समय...

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