राज्य में कोरोना की दूसरी लहर आने के उपरांत बीते 5 मई से 15 मई तक बिहार सरकार ने राज्य में लॉकडाउन घोषित किया था जिसे 10 दिन के लिए यानि की 25 मई तक बढ़ा दिया गया था।
अब चुकी 25 मई की तिथि कल समाप्त होने वाली है इसे देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज फिर अपने सहियोगी मंत्रीगण एवं पदाधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक किया।
समीक्षा बैठक सम्पूर्ण होने के उपरांत यह फैसला लिया गया की, लॉकडाउन का राज्य में अच्छा प्रभाव पड़ा है। लॉकडाउन के कारण कोरोना संक्रमण में कमी आई है। हालाँकि अब भी राज्य में मरीज़ों की व्यापक संख्या है जिसे देखते हुए राज्य में एक हफ्ते और लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला लिया गया है।
यानी की अब बिहार में लॉकडाउन 1 जून 2021 तक प्रभावी रहेगा।
बिहार के शिक्षा मंत्री ने सीबीएसई बारहवीं की परीक्षा आयोजित करने पे आपत्ति जताया।
यह तो थी लॉकडाउन की बात, इसके अलावा आपको बता दें की कल केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने राज्य के सभी शिक्षा मंत्रियों के साथ एक बैठक की थी जिसमे सीबीएसई की बारहवीं की परीक्षा पर विचार विमर्श किया गया।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने राज्य के सभी शिक्षा मंत्रियों से 25 तारीख यानि की कल तक सुझाव माँगा है। वहीँ कहा ये जा रहा है 1 जून को केंद्रीय शिक्षा मंत्री सीबीएसई की बारहवीं की परीक्षा कब करानी है या नहीं करानी है इस बारे में घोसना कर सकते हैं। बहरहाल इस बीच दैनिक जागरण द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुशार बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है की बिहार में अभी सीबीएसई की परीक्षा कराना ठीक नहीं है। इसके बारे में बाद में निर्णय लिया जाएगा।
आपको बता दें की बिहार पहला राज्य नहीं जिसने इस महामारी के बीच परीक्षा आयोजित करने पे आपत्ति प्रकट की है। दिल्ली, करेला, पंजाब व कई और राज्य हैं जिनका मानना है की बिना टीकाकरण के इस महामारी के बीच बच्चों का परीक्षा लेना जोखिम भरा काम है।